बदल गए हैं भारतीय रेलवे के ट्रेन टिकट आरक्षण के नियम, अब नहीं कर पाएंगे 4 महीने पहले की एडवांस बुकिंग
IRCTC Indian Railway New Rules: भारतीय रेल जो तकरीबन करोड़ों लोगों के आवन जवान का एक महत्वपूर्ण साधन है, अब अपने नियमों को लेकर सशक्त हो चुका है। भारतीय रेलवे के द्वारा यह घोषित किया गया है, कि अब ट्रेन टिकट बुकिंग को लेकर नए नियम लागू हो रहे हैं जिसके तहत अब कोई भी यात्री 4 महीना पहले की एडवांस बुकिंग नहीं करवा पाएगा। तो चलिए पूरे विस्तार से जानते हैं कि भारतीय रेलवे ने कौन से नियम लागू किए हैं।
नहीं होगी 4 महीने पहले की एडवांस बुकिंग
1 नवंबर 2024 से भारतीय रेलवे ने एडवांस ट्रेन टिकट बुकिंग को लेकर एक नियम जारी किया है। अपने एडवांस बुकिंग प्रणाली में बदलाव करते हुए भारतीय रेलवे ने बताया कि अब 4 महीने पहले यानी 120 दिवसीय एडवांस बुकिंग विंडो को बंद किया जा रहा है, और उसके बदले 2 महीने यानी 60 दिन पहले ट्रेन टिकट आरक्षण का नियम लागू हो रहा है। जानकारी के लिए बता दें की इन नए नियमों के लागू होने से पहले के बुक की गई टिकटों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
वेटिंग टिकट से मिलेगा छुटकारा
गौर करें तो यह नया नियम कहीं ना कहीं वेटिंग टिकट से छुटकारा दिलाएगी। एडवांस आरक्षण अवधि को 120 दिनों से बढ़कर 60 दिन करने का उद्देश्य यात्रियों द्वारा बहुत पहले टिकट बुक करने के बाद ट्रेनों के रद्द होने पर होने वाली समस्याओं का समाधान है। इस बदलाव का उद्देश्य अधिक कुशल बुकिंग प्रणाली बनाना है। 60 दिनों की अवधि में कमी करने के पीछे कई कारण शामिल है, जिसमें सहज यात्रा के लिए लचीलापन, सटीक यात्रा योजना और कम वृद्धि कारण शामिल है। इसके साथ ही टिकट दलाली गतिविधियों से निपटने के लिए भी यह एक बहुत अच्छा कदम है।
अब तक 12 बार संशोधित किया जा चुका है
1981 से लेकर अब तक आरक्षण अवधि को तकरीबन 12 बार संशोधित किया जा चुका है। पहले यह प्रणाली सितंबर 1995 से फरवरी 1998 तक 30 दिनों की अवधि के साथ संचालित होती थी, तथा अप्रैल 2015 में इसे बढ़ाकर 120 दिन कर दिया गया था ताकि 4 महीने पहले बुकिंग की जा सके।
AI का हो रहा है भरपूर उपयोग
भारतीय रेलवे भी ए आई के माध्यम से अपनी तकनीकी क्षमताओं को आगे बढ़ा रहा है। भारतीय रेलवे ने ट्रेन सीट आवंटन को बेहतर बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक को लागू किया। यह सिस्टम ए आई संचालित समाधान का उपयोग करता है, जो यात्री डाटा की जांच करता है और प्रस्थान से 4 घंटे पहले आरक्षण चार्ट बनने के बाद खाली सीटों का पूर्वानुमान लगाता है।